Reality of Digital India: भारत में इंटरनेट और मोबाइल की सच्चाई: क्या सच में डिजिटल हो रहा है India?

भारत में 40 करोड़ लोगो के पास अभी भी नहीं है स्मार्टफोन

Reality of Digital India: भारत में डिजिटल क्रांति तेजी से आगे बढ़ रही है। सरकार ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘विकसित भारत’ की बात कर रही है, लेकिन क्या सच में हर नागरिक इस बदलाव का हिस्सा बन पाया है? आंकड़े कुछ और ही कहानी बताते हैं। आइए जानते हैं कि भारत में इंटरनेट और मोबाइल उपयोग की असल स्थिति क्या है।

 

People without internet in India: भारत में कितने लोगो के पास इंटरनेट सुविधा?

आज लगभग 90 करोड़ लोग इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। लेकिन, इसका दूसरा पहलू भी है – करीब 40 करोड़ लोग अभी भी इंटरनेट की पहुंच से बाहर हैं।

ग्रामीण भारत में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ी है, लेकिन देश के 25,067 गांवों में अब भी मोबाइल नेटवर्क की सुविधा नहीं है। ऐसे में डिजिटल इंडिया का सपना कितना साकार हो रहा है, यह एक बड़ा सवाल है।

Internet issues in rural India: बिहार में आज भी इतने लोग के पास नहीं है मोबाइल फोन

भारत में मोबाइल फोन का उपयोग बढ़ा है, लेकिन अब भी कई लोग इससे वंचित हैं। बिहार में करीब 45% लोगों के पास मोबाइल फोन नहीं है। जब इतनी बड़ी आबादी के पास मोबाइल फोन तक नहीं है, तो डिजिटल इंडिया का सपना अधूरा ही लगता है।

BSNL, Airtel, Jio, Vi users 2025: भारत में कौन-सी टेलीकॉम कंपनी की कितनी USERS?

Current status of telecom companies in India: देश में चार प्रमुख टेलीकॉम कंपनियां अपनी सेवाएं दे रही हैं – रिलायंस जियो (JIO), एयरटेल (AIRTEL), वोडाफोन आइडिया (VI) और बीएसएनएल (BSNL)। आइए जानते हैं इनकी स्थिति:

रिलायंस जियो सबसे आगे है, जबकि एयरटेल भी अपनी स्थिति मजबूत बनाए हुए है। दूसरी ओर, वोडाफोन आइडिया (Vi) की हालत लगातार खराब हो रही है और बीएसएनएल भी 5G सेवाओं की कमी के चलते पिछड़ता जा रहा है।
 
 

Mobile connectivity challenges in India: क्या भारत सच में डिजिटल बन रहा है?

प्रधानमंत्री ‘विकसित भारत’ और ‘डिजिटल इंडिया’ की बात कर रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत में बड़ी असमानता है:

  • 40 करोड़ लोग अभी भी इंटरनेट से वंचित हैं।
  • 25 हजार से ज्यादा गांवों में मोबाइल नेटवर्क नहीं है।
  • बिहार में 45% लोगों के पास मोबाइल फोन तक नहीं है।
 

इंटरनेट और मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं, लेकिन जब तक हर भारतीय तक इसकी पहुंच नहीं होगी, डिजिटल इंडिया सिर्फ एक नारा ही बना रहेगा। सरकार को चाहिए कि वह सिर्फ योजनाओं की घोषणा करने के बजाय, इन योजनाओं को हर नागरिक तक पहुंचाने पर ध्यान दे।

क्या भारत सच में डिजिटल बन रहा है? अपनी राय हमें कमेंट में जरूर बताएं!

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